हिंदू धर्म की दस महाविद्याओं में से एक हैं माँ बगलामुखी, जिन्हें 'शत्रु नाशिनी' और 'वाक्-सिद्धि प्रदान करने वाली देवी' के रूप में पूजा जाता है। उनका स्वरूप अत्यंत तेजस्वी और पराक्रमी होता है। माँ अपने भक्तों की रक्षा करती हैं, शत्रुओं की वाणी, बुद्धि और शक्ति को बाँध देती हैं।
🔱 शत्रुओं का नाश करने वाली तंत्र शक्ति
माँ बगलामुखी को तंत्र साधना में विशेष स्थान प्राप्त है। ये दश महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या हैं। इन्हें 'स्तंभन शक्ति' या शत्रु नाशिनी शक्ति के रूप में जाना जाता है। माँ का आशीर्वाद प्राप्त होने से शत्रु शांत हो जाते हैं, मुकदमे में विजय मिलती है और जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं।
🙏 माँ के स्वरूप की विशेषताएँ
माँ बगलामुखी का रूप पीतवर्ण (पीला) होता है। उन्हें पीले वस्त्रों में, पीले फूलों के आसन पर विराजमान दिखाया जाता है। माँ का यह पीला रूप शांति, विजय और सिद्धि का प्रतीक है।
वह अपने एक हाथ में शत्रु की जिह्वा (जीभ) पकड़कर उसे मौन करती हैं, और दूसरे हाथ में गदा लेकर उसका संहार करती हैं — यह प्रतीक है वाक्-शक्ति को नियंत्रित करने की अलौकिक क्षमता का।
यह शक्तिशाली मंत्र शत्रु की वाणी, बुद्धि और कर्म को रोकने के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। साधना में इसे विधिपूर्वक जपना चाहिए।
माँ बगलामुखी न केवल हमारे बाह्य शत्रुओं का नाश करती हैं, बल्कि आंतरिक भय, भ्रम और नकारात्मकता से भी हमारी रक्षा करती हैं। यदि श्रद्धा और विधिपूर्वक साधना की जाए, तो माँ की कृपा से असंभव भी संभव हो जाता है।
🔹 शत्रुओं का विनाश और नियंत्रण: शत्रुओं के दुष्प्रभाव, कोर्ट केस, झूठे आरोप, कर्जा आदि से मुक्ति।
🔹 कानूनी मामलों में सफलता: कोर्ट केस या सरकारी मामलों में विजय प्राप्त होती है।
🔹 व्यवसायिक एवं राजनीतिक उन्नति: व्यापार में बाधा डालने वाले विरोधियों को शांति मिलती है।
🔹 वाणी सिद्धि व तर्क में विजय: जो लोग वाणी या वकालत से जुड़े हैं, उन्हें विशेष लाभ होता है।
🌼 माँ बगलामुखी की साधना:
जीवन में स्थिरता और आत्मविश्वास की वृद्धि।
नकारात्मक शक्तियों और तांत्रिक क्रियाओं से सुरक्षा।
पारिवारिक कलह और मानसिक तनाव से मुक्ति।
📿 माँ बगलामुखी तांत्रिक अनुष्ठान (विशेष सेवाएँ):
🔸 शत्रु बाधा नाशक अनुष्ठान🔸 कोर्ट केस विजय अनुष्ठान🔸 व्यापार एवं नौकरी में उन्नति हेतु पूजा🔸 कर्ज मुक्ति और आर्थिक सफलता हेतु हवन🔸 वाणी सिद्धि एवं प्रतियोगिता विजय पूजा
📍 मंदिर स्थान:
माँ बगलामुखी सिद्ध पीठ, नलखेड़ा, जिला आगर मालवा (म.प्र.)
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